धनतेरस 2024: तारीख, पूजा का समय, समृद्धि के लिए खास खरीदारी, और प्रमुख शहरों में लक्ष्मी पूजा के जरूरी नियम,
धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत करता है। धनतेरस का दिन विशेष रूप से समृद्धि, खुशहाली और स्वास्थ्य की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो आयुर्वेद के देवता हैं और स्वस्थ जीवन के प्रतीक माने जाते हैं।
धनतेरस 2024 की तारीख और महत्व:
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इस साल धनतेरस का त्यौहार 28 अक्टूबर 2024, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन लोग घर और व्यापार में सुख-समृद्धि के लिए भगवान कुबेर और माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं। धनतेरस का दिन नई वस्तुओं, विशेष रूप से धातु (सोना, चांदी) और नए बर्तन खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। इसका उद्देश्य जीवन में संपन्नता और खुशहाली लाना है।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त:
धनतेरस पूजा मुहूर्त – 29 अक्टूबर, 2024 – शाम 07:27 बजे से
धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। पूजा का सही समय निश्चित करना एक शुभ शुरुआत की दिशा में पहला कदम है। इस बार, पूजा का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 6:15 बजे से रात 8:15 बजे तक (मुंबई)
प्रदोष काल: शाम 5:30 बजे से रात 8:00 बजे तक (दिल्ली)
वृषभ काल: शाम 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक (अन्य प्रमुख शहरों के लिए स्थानीय समय अनुसार)
यह मुहूर्त और काल विशेष रूप से धनतेरस पूजा के लिए शुभ माने जाते हैं। इस समय लक्ष्मी पूजा करना ज्यादा फलदायी होता है।
धनतेरस पर खरीदारी: समृद्धि के लिए शीर्ष विकल्प
धनतेरस पर नए सामान खरीदना शुभ माना जाता है, जिससे जीवन में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है। यहाँ कुछ प्रमुख खरीदारी विकल्प दिए गए हैं:
1. सोना और चांदी: सोने और चांदी के आभूषण, सिक्के या गहने खरीदना धनतेरस का अभिन्न हिस्सा है। यह समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
2. बर्तन: नए बर्तन, खासकर पीतल या चांदी के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। लोग इस दिन बर्तन खरीदते हैं और उसमें कुछ मिठाई या चावल डालकर घर लाते हैं, ताकि समृद्धि में वृद्धि हो।
3. धातु की मूर्तियाँ: देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की धातु की मूर्तियाँ खरीदना शुभ माना जाता है। ये मूर्तियाँ समृद्धि और सुख का प्रतीक हैं।
4. गृह सजावट: नए पर्दे, रंगीन लाइट्स, दीए, और अन्य सजावट की वस्तुएँ घर में सकारात्मकता और खुशी का माहौल बनाते हैं।
5. इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन: अगर आप इस धनतेरस पर कुछ बड़ा खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो वाहन या इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे टीवी, फ्रिज, और वॉशिंग मशीन खरीदना भी अच्छा विकल्प है।
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लक्ष्मी पूजा के लिए जरूरी नियम (Dos and Don’ts):
धनतेरस पर पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि पूजा का अधिकतम लाभ मिल सके:
पूजा के लिए क्या करें:
साफ-सफाई: घर और दुकान की अच्छी तरह सफाई करें। मुख्य दरवाजे को सजाएं और रंगोली बनाएं, क्योंकि इसे लक्ष्मी जी का स्वागत माना जाता है।
दीप जलाएं: धनतेरस पर घर के बाहर और भीतर दीए जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक होता है।
प्रसाद चढ़ाएं: लक्ष्मी जी को प्रसाद अर्पित करें, खासकर मिठाई और फल। यह आपके समर्पण को दर्शाता है।
क्या न करें:
देर रात तक न जागें: धनतेरस की रात को सोने का विशेष महत्व है, इसलिए रात बहुत देर तक जागने से बचें।
काले कपड़े न पहनें: धनतेरस के दिन सफेद, पीले या लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। काले रंग से बचें क्योंकि यह शुभता को कम कर सकता है।
धन का अपमान न करें: धनतेरस पर पैसों का अनादर न करें। इसे सुरक्षित और साफ स्थान पर रखें। धनतेरस में ऐसा नहीं करने पर घर में बरकत नहीं आती है
निष्कर्ष
धनतेरस का त्योहार सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना का एक अवसर है। पूजा के सही समय और शुद्ध भावनाओं से यह दिन आपके जीवन में खुशहाली ला सकता है। नया सामान खरीदकर, देवी लक्ष्मी की पूजा कर, और उनके आशीर्वाद से जीवन को और भी सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं।
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